tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post4804119560220317211..comments2024-02-08T23:02:04.166-08:00Comments on लालित्यम्: कृष्ण-सखी 13. & 14.प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-64604018513329749242011-12-20T08:08:19.328-08:002011-12-20T08:08:19.328-08:00बहुत समय बाद तृप्त हुआ मन...नयन तरल शीतल हुए।
शेष ...बहुत समय बाद तृप्त हुआ मन...नयन तरल शीतल हुए।<br />शेष शकुन्तला जी ने कह ही दिया है...उनके संग मैं भी बस नमन ही कर रही हूँ आपकी लेखनी को।Taruhttps://www.blogger.com/profile/08735748897257922027noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-48802553573225927832011-12-09T18:24:13.083-08:002011-12-09T18:24:13.083-08:00विदुषी लेखिका ने अपने अगाध ज्ञान-वारिधि से विविध क...विदुषी लेखिका ने अपने अगाध ज्ञान-वारिधि से विविध को रंगों सँजो सँजो कर,शब्द-तूलिका से जो मनोरम चित्र बनाए हैं ,वे अलौकिक हैं,अनुपमेय हैं। नारी की महिमा को कृष्ण द्वारा उजागर करवाने का गौरवपूर्ण दायित्व तो निभाया ही है, साथ ही कृष्ण के दिव्य स्वरूप को लौकिक स्तर पर लाकर भी ,उसकी दिव्यता को बड़ी कुशलता से प्रतिष्ठित करके मुझे अभिभूत सा कर दिया है। इस लेखनी को नमन!!!शकुन्तला बहादुरnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-70359952366924247392011-11-16T05:34:17.670-08:002011-11-16T05:34:17.670-08:00पांचाली और कृष्ण संवाद एक अलग ही अनोखी दुनिया में ...पांचाली और कृष्ण संवाद एक अलग ही अनोखी दुनिया में ले जाता है, जी चाहता है पढ़ती ही रहूँ....... अति सुन्दर संवाद.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-26997812833864894862011-11-12T09:20:59.395-08:002011-11-12T09:20:59.395-08:00bahut kuchh jaanne ko mila krishn ji k bare me.
a...bahut kuchh jaanne ko mila krishn ji k bare me.<br /><br />aabhar.<br /><br />aage intzar hai.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-59218280009123780702011-11-11T10:14:04.670-08:002011-11-11T10:14:04.670-08:00कृष्ण के मन को जैसे खोल कर रख दिया है आपने .. पांच...कृष्ण के मन को जैसे खोल कर रख दिया है आपने .. पांचाली से कृष्ण मन की बात करते थे ... कितने अन्तरंग सखा थे .. महारास की विस्तृत जानकारी भी मिली ..बहुत मनभावन श्रृंखलासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-8969375964202158322011-11-11T08:23:01.994-08:002011-11-11T08:23:01.994-08:00यह श्रृंखला आपकी सोच, आपके अध्ययन और शोध का परिचाय...यह श्रृंखला आपकी सोच, आपके अध्ययन और शोध का परिचायक है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com