tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post4579962100727592936..comments2024-02-08T23:02:04.166-08:00Comments on लालित्यम्: हमारा सेंसर-बोर्ड.प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-78320718935800535392013-07-20T09:42:23.804-07:002013-07-20T09:42:23.804-07:00लाजवाब...बहुत बहुत बधाई...लाजवाब...बहुत बहुत बधाई...कंचनलता चतुर्वेदीhttps://www.blogger.com/profile/09264087232186686865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-11783996797812503552013-05-30T03:13:47.015-07:002013-05-30T03:13:47.015-07:00सेंसर को सेंसर करने वाला भी तो कोई हो |
कभी यहाँ ...सेंसर को सेंसर करने वाला भी तो कोई हो |<br /><br />कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें | <br /><a href="http://www.tamasha-e-zindagi.blogspot.in" rel="nofollow">Tamasha-E-Zindagi</a><br /><a href="http://www.facebook.com/tamashaezindagi" rel="nofollow">Tamashaezindagi FB Page</a>Tamasha-E-Zindagihttps://www.blogger.com/profile/01844600687875877913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-14919788047229966802013-05-23T02:40:18.615-07:002013-05-23T02:40:18.615-07:00उन्हें जो अच्छा लगे शायद उसे ही वे सेंसर कहते हैं...उन्हें जो अच्छा लगे शायद उसे ही वे सेंसर कहते हैं .... कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-66215571216673500692013-05-11T05:01:17.271-07:002013-05-11T05:01:17.271-07:00उत्थान के बाद पतन होता ही है, इसलिए इस समाज का प...उत्थान के बाद पतन होता ही है, इसलिए इस समाज का पतन होना ही है। जितनी जल्दी हो उतना ही अच्छा।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-22134457770235675452013-05-05T17:52:20.705-07:002013-05-05T17:52:20.705-07:00 आपके विचारों से मेरी पूर्म सहमति है। किन्तु....
... आपके विचारों से मेरी पूर्म सहमति है। किन्तु....<br /> प्रतिभा जी,यदि सभी अपने अपने दायित्वों का निर्वाह पूरी निष्ठा<br /> या ईमानदारी से करने लगें तो चारित्रिक-हनन ही समाप्त हो जाए।<br /> ऐसे सतयुग की कल्पना भी आज मिथ्या प्रवंचना सी ही लगती है।<br /> शकुन्तला बहादुरnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-85598340869047132102013-05-04T22:36:10.944-07:002013-05-04T22:36:10.944-07:00सेंसर बोर्ड शायद सर्वाधिक उपेक्षित तंत्र है सरकार ...सेंसर बोर्ड शायद सर्वाधिक उपेक्षित तंत्र है सरकार का ...जो चाहे करे !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-33583989557034052642013-05-02T13:48:39.701-07:002013-05-02T13:48:39.701-07:00एक औपचारिकता पूरी कर हाथ धो लेते हैं ...."दर्...एक औपचारिकता पूरी कर हाथ धो लेते हैं ...."दर्शक अपने उचित विवेक से काम लें" <br /> विचारणीय बात लिए आपकी पोस्ट डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-3867424481165464882013-05-02T11:25:27.088-07:002013-05-02T11:25:27.088-07:00सेंसर तो बस नाम का ही है ..... आज कल के गाने सुन क...सेंसर तो बस नाम का ही है ..... आज कल के गाने सुन कर और संवाद सुन कर लगता ही नहीं कि सेंसर ने पास किया है ... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-26505789634111135462013-05-02T01:41:19.041-07:002013-05-02T01:41:19.041-07:00बिलकुल सही कह रही हैं आप. जब यह कहते हैं कि वही बन...बिलकुल सही कह रही हैं आप. जब यह कहते हैं कि वही बन रहा है जो बिकता है, तो यह भी कहना चाहिए कि जो आप बना रहे हैं वही बिक रहा है.<br />थोड़ी भी जिम्मेदारी से अगर काम लें तो कितना अच्छा हो.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-53768632857603155722013-05-01T21:42:28.122-07:002013-05-01T21:42:28.122-07:00सेंसर का काम तो अश्लील भाषा ,दृश्यों को रोकना परन्...<br />सेंसर का काम तो अश्लील भाषा ,दृश्यों को रोकना परन्तु अब बोक्स्स ऑफिस की सफलता ही मुख्या उद्देश्य .-आप से पूर्ण सहमत हैं डैश बोर्ड पर पाता हूँ आपकी रचना, अनुशरण कर ब्लॉग को <br />अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को अनुभव करे मेरी अनुभूति को<br />lateast post<a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2013/05/blog-post.html#links" rel="nofollow"> मैं कौन हूँ ?</a><br />latest post<a href="http://vichar-anubhuti.blogspot.in/2013/04/blog-post_27.html#links" rel="nofollow"> परम्परा</a><br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-20771481236951763142013-05-01T20:16:53.122-07:002013-05-01T20:16:53.122-07:00मनोरंजन के साथ सन्देश देने का सशक्त माध्यम है सिने...मनोरंजन के साथ सन्देश देने का सशक्त माध्यम है सिनेमा , मगर उपयोग उलटे अर्थों में हो रहा है .<br />आपके विचारों से पूर्णरूपेण सहमति! वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.com