tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post4265961179352617532..comments2024-02-08T23:02:04.166-08:00Comments on लालित्यम्: स्वभाव --प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-21910515854628130442011-02-03T11:54:46.772-08:002011-02-03T11:54:46.772-08:00भाव के रँग मे मन भी रँग जाता है भले अल्पकाल के लिय...भाव के रँग मे मन भी रँग जाता है भले अल्पकाल के लिये ही ! भावना रंग जेती है,उल्लास हृदय मे लहरें उठाता है ,तब भीतर जो सहज अनुभूति जागती है उसका अपना अस्तित्व है ।वह मिथ्या महीं है सच भले ही न हो!<br /><br />ये भाव बहुत महसूस किया है.....मगर शब्दों में आपने कितना अच्छे से बाँधा है.....:) सभी समझते होंगे इन शब्दों को तो..इस अनुभूति को.....मेरी एक दोस्त कनाडा में है...अक्सर हम अपने हॉस्टल वाले दिन याद करते हैं...बातें करते करते...कोक और चाय भी पी लेते हैं.....और इडली भी खा लेते हैं ......सब तसव्वुर में.....:).....मगर आप और भी भावुक लिख सकतीं थीं इस विषय पर...आपकी कुशलता और जीवन के अनुभवों को देखते हुए कह रही हूँ.......अन्यथा न लीजियेगा..:)<br /><br />''मनोवैज्ञानिक विचार विनिमय'' ..........:o:o..बाप रे!!...काश मैं भी ऐसे शब्द सोच सकती...एक पल मन को शर्म आ गयी...निश्चित किया कि कुछ नहीं लिखा करुँगी.....:)...मगर फिर दिल ने कहा ..ठीक है.....शब्द भारी नहीं तो क्या....:)...ज़रूरी थोड़े है...सब एक जैसे ज़हीन हों...:):) ..<br /><br />स्वभाव के लिए बधाई !!Taruhttps://www.blogger.com/profile/08735748897257922027noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-40744730572168673592011-02-03T11:45:40.127-08:002011-02-03T11:45:40.127-08:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Taruhttps://www.blogger.com/profile/08735748897257922027noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-17299707321617003732010-07-05T21:12:41.238-07:002010-07-05T21:12:41.238-07:00आनन्द की तरंग मिथ्या नहीं होती। नदी के किनारे बैठ ...आनन्द की तरंग मिथ्या नहीं होती। नदी के किनारे बैठ कर मगन<br />मन प्रवाह देखती रहें, आनन्द में डूब जाएँ।फिर क्या कहना?<br />मनोवैज्ञानिक विचार विनिमय अच्छा लगा।शकुन्तला बहादुरnoreply@blogger.com