tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post1206113595055576353..comments2024-02-08T23:02:04.166-08:00Comments on लालित्यम्: एक थी तरु - 28 & 29.प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-72482561870816673132011-08-16T13:16:25.044-07:002011-08-16T13:16:25.044-07:00पारंपरिक घरेलू माहौल में प्रादेशिक लोकभाषा ने प्रा...पारंपरिक घरेलू माहौल में प्रादेशिक लोकभाषा ने प्राण फूँक दिये। सभी घटनाओं से मनोरंजन भी हुआ। मुझे लगा कि मैं अपनी नानी <br />(माँ की मामी-जो कन्नौज की थीं)के घर पहुँच गई हूँ ,बड़ी मिठास<br />और अपनापन सा है -उस बोली में। कथा का प्रवाह बड़ा स्वाभाविक सा चल रहा है। आगे का हाल जानने को मन उत्सुक हो गया है।शकुन्तला बहादुरnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-21133463914610005742011-08-16T06:08:54.621-07:002011-08-16T06:08:54.621-07:00बहुत रुचिकर! पढ़ा जा रहा हूँ, मुग्ध!बहुत रुचिकर! पढ़ा जा रहा हूँ, मुग्ध!Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-46368366719699496762011-08-12T14:08:25.992-07:002011-08-12T14:08:25.992-07:00माता पिता से जुड़े आँसू कभी नहीं सूखते.....लगता है ...माता पिता से जुड़े आँसू कभी नहीं सूखते.....लगता है सब जैसे कल की ही बात हो। जतन ही नहीं करना पड़ता...आप ही आप सजल हो उठतें हैं नयन। हालांकि दुखद है तरल का पिताजी को खो देना..उनके लिए चाहते हुए भी उनके जीते जी कुछ भी नहीं कर पाना ,मगर दिल को कहीं बहुत सुकून मिलता है.....बेटी और पिता के दुःख से भीगे इन लम्हों में। स्वार्थ कह लीजिये अथवा प्राथमिकता ।<br /><br /> बहुत भय था कि इस बार विपिन को लेकर कोई न कोई बुरी खबर अवश्य ही सुनने मिलने वाली है........मगर ऐसा कुछ मिला नहीं।सुकून की साँस ली मैंने।<br /><br /> इस बार की पोस्ट में यूँ तो कोई विशेष बात नहीं हुई...मगर अंतिम भाग में भाषा का सौंदर्य बहुत प्रभावित करता है......बहुत आनंद आया बार बार पढ़ने में.....कुछ शब्द जो हमारे यहाँ भी प्रचलित हैं...सो मैं परिचित थी उनसे.....इसलिए अनुभव होता रहा कि मानो सारा कुछ मेरे नज़दीक ही घटित हो रहा हो।<br /><br />..अगली पोस्ट की प्रतीक्षा रहेगी प्रतिभा जी......!Taruhttps://www.blogger.com/profile/08735748897257922027noreply@blogger.com