tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post8439947890890404743..comments2024-02-08T23:02:04.166-08:00Comments on लालित्यम्: सागर-संगम - 5प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-52943098254158541752014-02-08T05:00:43.598-08:002014-02-08T05:00:43.598-08:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (09-02-2014) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "तुमसे प्यार है... " (चर्चा मंच-1518) </a> पर भी है!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-43338583190168876902014-02-05T18:24:22.076-08:002014-02-05T18:24:22.076-08:00कृष्ण अद्भुत थे...और द्रौपदी भी.....इन्हीं को लेकर...कृष्ण अद्भुत थे...और द्रौपदी भी.....इन्हीं को लेकर काफी रचनाएं हुई हैं....आप बेहतरीन चित्रण करती हैं..आप इसे पुस्तक का आकार कब देने जा रही हैं..प्रतीक्षा रहेगी आपकी पुस्तक की... <br />मंगल कामनाओं सहित,<br />सादर सारिका मुकेश https://www.blogger.com/profile/03341618267894745278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-17181613083004007422014-02-04T17:13:58.622-08:002014-02-04T17:13:58.622-08:00बहुत-बहुत आभार !बहुत-बहुत आभार !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-36531810945286964092014-02-04T04:42:59.120-08:002014-02-04T04:42:59.120-08:00बहुत सुंदर लेख .......
बहुत सुंदर लेख .......<br /> Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5955233793822175648.post-61106683875865614022014-02-04T01:30:48.690-08:002014-02-04T01:30:48.690-08:00अतीत से कितना कुछ सीख सकता है मानव..बहुत सुंदर गाथ...अतीत से कितना कुछ सीख सकता है मानव..बहुत सुंदर गाथा...बहुत दिनों बाद आपका आगमन मन को हर्षित कर गया Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.com